1954 में रिलीज़ हुई राज कपूर की फिल्म बूट पॉलिश ने दर्शकों के दिलों में एक खास जगह बनाई थी। यह फिल्म दो अनाथ बच्चों की संघर्ष भरी जिंदगी पर आधारित थी, जिसमें दिखाया गया था कि कैसे वे अपनी ईमानदारी और मेहनत से जीवन में आगे बढ़ते हैं। लेकिन इस फिल्म से जुड़ा एक मजेदार किस्सा बहुत कम लोग जानते हैं।
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जब राज कपूर खुद ‘बूट पॉलिश’ करने लगे!
राज कपूर इस फिल्म को बनाने को लेकर बेहद जुनूनी थे और चाहते थे कि यह पूरी तरह से वास्तविक लगे। फिल्म की शूटिंग के दौरान, वे चाहते थे कि कलाकारों को बूट पॉलिश करने का असली अनुभव मिले, ताकि उनके अभिनय में स्वाभाविकता आए।
एक दिन, उन्होंने सेट पर सभी को चौंका दिया जब वे खुद एक सड़क किनारे बैठकर राहगीरों के जूते पॉलिश करने लगे! पहले तो किसी को विश्वास ही नहीं हुआ कि यह वही राज कपूर हैं, जो पहले ही एक बड़े अभिनेता और फिल्ममेकर बन चुके थे। लेकिन राज कपूर के लिए यह सिर्फ एक पब्लिसिटी स्टंट नहीं था—वह चाहते थे कि फिल्म के बाल कलाकार (रतन कुमार और बेबी नाज़) भी यह सीखें कि असली बूट पॉलिश करने वाले बच्चे किस तरह मेहनत करते हैं।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, उस दिन कई राहगीरों ने यह तक नहीं पहचाना कि उनके जूते पॉलिश करने वाला कोई और नहीं बल्कि राज कपूर खुद हैं! जब बाद में यह बात खुली, तो लोग दंग रह गए और हंसने लगे।
राज कपूर हमेशा से फिल्मों में असलीपन लाने के लिए मशहूर थे, और यही वजह थी कि बूट पॉलिश जैसी फिल्म को उन्होंने बड़े दिल से बनाया। यह फिल्म सिर्फ मनोरंजन नहीं थी, बल्कि इसमें एक गहरा सामाजिक संदेश भी था—”भीख मांगने से बेहतर है मेहनत करना।”
इस मजेदार और प्रेरणादायक घटना ने यह साबित कर दिया कि राज कपूर केवल एक महान फिल्ममेकर ही नहीं, बल्कि एक सच्चे कलाकार भी थे, जो अपनी फिल्मों को हकीकत के करीब लाने के लिए कुछ भी कर सकते थे। 😊
क्या आपने ये फ़िल्म देखी है ?अगर हाँ तो इसका एक मशहूर गाना तो याद ही होगा।