विनोद खन्ना अपना समय फिल्मों और पर्सनल लाइफ में बांट दिए थे। एक बार धर्मेंद्र ने उन्हें पार्टी के लिए बुलाया था लेकिन विनोद खन्ना पहुंच नहीं पाए और ना आने का कारण भी नहीं बताया। इसपर धर्मेंद्र काफी नाराज हुए थे और काफी समय तक विनोद खन्ना से बात नहीं की थी। मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया था कि उस दौर में होने वाले फिल्मी इवेंट्स पर भी धर्मेंद्र पब्लिकली विनोद खन्ना को इग्नोर करते थे। बाद में विनोद खन्ना ने माफी मांगी और वो फिर से दोस्त हुए। धर्मेंद्र अपनी दरियादिली के लिए जाने जाते हैं और उन्होंने विनोद के साथ फिर से दोस्ती की। धर्मेंद्र और विनोद खन्ना ने साथ में ‘मेरा गांव मेरा देश’, ‘फरिश्ते’, ‘बंटवारा’, ‘द बर्निंग ट्रेन’, ‘क्षत्रिय’ जैसी फिल्में कीं।
दरअसल हुआ यूं था फिल्म मुकद्दर का सिकंदर की शूटिंग के दौरान एक गिलास अमित जी विनोद की तरफ उछालकर फेंकते हैं जिसमें विनोद को झुक जाना था लेकिन वो ऐसा नहीं कर सके और गिलास उनके चिन में लग गया। बताया जाता है कि उन्हें टाके लगाने पड़े थे और इसको लेकर अमिताभ बच्चन ने माफी भी मांगी थी. काफी समय तक विनोद खन्ना उनसे नाराज रहे क्योंकि उन्हें लगता था कि वो गिलास अमिताभ ने जानबूझकर फेंका था। हाालंकि बाद में सारी बातें आई-गई हो गईं और अमिताभ बच्चन की विनोद खन्ना से दोस्ती बरकरार रही।