श्रीदेवी एक फिल्म की कर रही थी, हिम्मतवाला । उस समय श्रीदेवी को चाहने वालो को कमी नही थी। उन्हीं चाहने वालो में से एक थे संजय दत्त। संजय दत्त की एक चाहत थी की वो एक बार श्रीदेवी से कैसे भी मिल ले, लेकिन मौका नहीं मिल रहा था।
एक दिन संजय दत्त को पता लगा की श्रीदेवी हिम्मतवाला की शूटिंग कर रही है, इसलिए उसने सोच लिया की आज वो अपनी पसंदीदा हीरोइन से जरूर मिलेगा। ये वो समय था जब संजय दत्त ड्रग्स के नशे में डूबे रहते थे। उसके दोस्तो ने उसे समझाया की फिर कभी मिल लेना पर वो माना नही और नशे की हो हालत में श्रीदेवी से मिलने निकल पड़ा। हिम्मतवाला के सेट पर पहुंच कर उसने यूनिट वालो से पूछा कि श्रीदेवी कहां है ? यूनिट वालो ने उसे बताया कि श्रीदेवी मेकअप रूम में है, जब वो बाहर आयेगी तो आपसे मिलवा देंगे। पर संजय दत्त ने किसी की बात नही सुनी और श्रीदेवी के मेकअप रूम के दरवाजे को खोलने लगे। यूनिट ने काफी समझाने की कोशिश की पर संजय नही माने और दरवाजा खोल कर रूम में घुस गए। श्रीदेवी संजय को ऐसे हालत में अचानक से रूम में घुसने से डर गई और जोर से चीख पड़ी। यूनिट वाले भाग कर आए और किसी तरह संजय को समझा कर रूम से बाहर निकाला ।
मगर इस घटना का असर श्रीदेवी पर बहुत खराब पड़ा और उसने तय कर लिया की कुछ भी हो जाए पर वो कभी भी संजय दत्त के साथ कोई फिल्म नहीं करेगी। इसके बाद श्रीदेवी के पास जब कोई फिल्म का प्रस्ताव आया जिसमे संजय दत्त थे वो सब फिल्म को श्रीदेवी ने करने से मना कर दिया। यहां तक कि खुदा गवाह में जब संजय दत्त को साइन किया गया और श्रीदेवी ने फिल्म करने से मना कर दिया तो निर्माता को संजय दत्त को बाहर करके उसकी जगह नागार्जुन को लेना पड़ा। लेकिन वक्त थोड़ा ओर बीता और श्रीदेवी के मन में संजय दत्त के लिए नफरत भी कम होती गई। कुछ वक्त बाद श्रीदेवी ने संजय दत्त के साथ एक फिल्म करने की हामी भर ही दी। फिल्म थी गुमराह ।