जब रेमो डिसूज़ा ने सलमान खान की फिल्म “बजरंगी भाईजान” का गाना “सेल्फी ले ले रे” को कोरियोग्राफ किया, तो उन्होंने सलमान से अपनी एक फिल्म डायरेक्ट करने की इच्छा जाहिर की। इस पर सलमान ने रेमो से कहानी सुनाने को कहा। रेमो ने उन्हें “डांसिंग डैड” नाम की एक फिल्म की कहानी सुनाई, जो एक पिता की कहानी थी। इस पिता की बेटी एक डांसिंग रियलिटी शो में भाग लेना चाहती थी, और वह पिता उसे अलग-अलग डांस फॉर्म्स में ट्रेन करता है। सलमान को यह कहानी पसंद आई और उन्होंने फिल्म साइन कर ली।
हालांकि, सलमान को एहसास हुआ कि वे एक डांस-बेस्ड फिल्म के लिए तैयार नहीं हैं, इसलिए उन्होंने डांस की ट्रेनिंग लेना शुरू कर दिया। उसी दौरान, रमेश तौरानी एक स्क्रिप्ट लेकर सलमान के पास आए। सलमान और तौरानी का पुराना संबंध रहा है। रमेश तौरानी की वजह से ही सलमान को “पत्थर के फूल” जैसी फिल्म मिली थी, जिससे रवीना टंडन ने अपना करियर शुरू किया था। इसके बाद सलमान और तौरानी ने “औज़ार” और “जब प्यार किसी से होता है” जैसी फिल्मों पर साथ काम किया।
“रेस 3” के प्रदर्शन के बाद सलमान ने “डांसिंग डैड” को करने का विचार छोड़ दिया। अब यह फिल्म “डांसिंग डैड” अमेज़न प्राइम के साथ अभिषेक बच्चन के साथ बनाई जा रही है।