यूं तो स्टैंडअप कॉमेडी यूरोप और अमेरिका में पुरानी बात थी, लेकिन भारत में इसका प्रभाव केवल चंद ग्रुप्स तक ही सीमित था. फिर 2016 में 1 ऐसा सितारा स्टेज पर आया, जिसने स्टैंडअप कॉमेडी का चेहरा बदल दिया. डेलिगेट, क्लासी और बुर्जुआ वर्ग तक सीमित ये मनोरंज की विधा देश के कोने-कोने में पहुंची. हम बात कर रहे हैं ऐसे ही 1 स्टैंडअप कॉमेडियन जाकिर खान की. जाकिर खान आज कॉमेडी की दुनिया के सुपरस्टार हैं. देश-विदेशों में जाकिर खान के शो हाउसफुल रहते हैं और पैसों की बारिश होती है. लेकिन शोहरत के खास मुकाम पर पहुंच चुके जाकिर खान के लिए पैना दृष्टिकोण और ऑब्जर्वेशन जिंदगी की खास तल्खियां झेलकर मिला है.
जाकिर खान ने अपने स्ट्रगलिंग के दिनों में भूखे पेट रातें बिताईं, काम तलाशने के लिए दिल्ली की सड़कों की खाक छानते रहे. खूब मेहनत की और मेहनत रंग लाई. महज चंद सालों में ही जाकिर खान ने अपने टैलेंट का सिक्का पूरे देश में धड़ल्ले से चलाया. 20 अगस्त 1987 को मध्यप्रदेश के इंदौर में जन्मे जाकिर खान के पिता मध्यमवर्गीय जिंदगी जीते हैं. गरीबी के दिनों में जाकिर खान को कई जगहों से न का सामना करना पड़ा. खूब ऐड़ियां घिसते रहे, लेकिन कोई खास बात नहीं बन रही थी. इसी दौरान जाकिर खान ने अपनी नौकरी के साथ स्टैंडअप कॉमेडी भी शुरू की. छोटे-मोट स्टेज पर जाकर जोक सुनाते और किसी कयामत के दिन फेमस होने का सपना देखते. दिन बीतने लगे लेकिन कोई खास सफलता हाथ नहीं आ रही थी.
साल 2015 में जाकिर खान को एआईबी नाम की कंपनी ने संपर्क किया. जाकिर खान को यहां 1 शो के लिए चुन लिया गया. साल 2016 में जाकिर खान ने अपना स्टैंडअप कॉमेडी का प्रदर्शन किया. बस यहीं से जाकिर खान की किस्मत के सितारे बदल गए. ये स्टैंडअप रातों-रात सुपरहिट हो गया. इसके चलते जाकिर खान देखते ही देखते कॉमेडी की दुनिया का बड़ा नाम बन गए. जाकिर खान ने इसके बाद बतौर एक्टर भी काम किया और प्राइम वीडियो की सीरीज ‘चाचा विधायक हैं हमारे’ में खुद लीड रोल निभाया. इसके बाद जाकिर खान ने कई शोज लिखे भी हैं. आज जाकिर खान स्टैंडअप कॉमेडी को लेकर पूरी दुनिया का दौरा करते हैं.