धर्मेंद्र पहले से शादीशुदा थे और उनके बच्चे भी थे. हेमा, धर्मेंद्र से प्यार करती हैं, ये जया अच्छे से जानती थीं, लेकिन बेटी की शादी के लिए वह बॉलीवुड के ही-मैन को पसंद नहीं करती थीं. जीतेंद्र और संजीव कुमार को वह धर्मेंद्र से बेहतर जरूर मानती थीं, लेकिन वह चाहती थीं कि भारत की महान शख्सियत उनके बेटी का पति बने और उनका दामाद. मायापुरी 250वें अंक के मुताबिक, हेमा की मां चाहती थीं कि भारतीय एक्टर, फिल्म डायरेक्टर, कन्नड़ लेखक और नाटककार गिरीश कर्नाड को वह अपना दामाद बनाए. उन्होंने गिरीश का व्यवहार और एक्टिंग दोनों बेहद पसंद थी.
कहा जाता है हेमा और गिरीश दोनों करीब आ सके इसके लिए जया ने एक फिल्म प्रोड्यूस की, जिसका नाम था रत्नीगिरी. ये फिल्म साल 1979 में आई थी. जया चाहती थीं कि इस फिल्म के जरिए दोनों करीब आ जाए. लेकिन हेमा और धर्मेंद्र के अफेयर के किस्से सिनेमा इंडस्ट्री में फैले हए थे और यही कारण था कि गिरीश दोनों के बीच में नहीं आना चाहते थे. फिल्म ‘रत्नागिरी’ को रिलीज हुई, लेकिन बुरी तरह से फ्लॉप हो गई. जया चक्रवर्ती एक निर्माता और कॉस्ट्यूम डिजाइनर थीं, जिन्हें साल 1977 में आई ड्रीम गर्ल, इसी साल आई ‘स्वामी’ और 1978 ‘दिल्लगी’ के लिए जाना जाता है. साल 2004 में उनका निधन हो गया था.