90 के दशक में लॉरेंस डिसूज़ा ने मिथुन चक्रवर्ती, संजय दत्त, माधुरी दीक्षित को लेकर एक फिल्म शुरू की थी जिसका नाम था “जय देवा” लेकिन संजय दत्त के जेल जाने के कारण फिल्म रुक गई| फिर गोविंदा से बात की गई लेकिन तारीखों की समस्या के कारण फिल्म शुरू नहीं हो सकी और एक तरह से डिब्बाबंद हो गई|
इसके कुछ साल बाद मिलते जुलते शीर्षक “जय-देव” नाम से राज सिप्पी ने जैकी श्राफ और सुनील शेट्टी को लेकर एक फिल्म शुरू की लेकिन वो भी नहीं बन सकी, लेकिन हां उसी समय के आसपास जीतेंद्र, आलोक नाथ, इशरत अली की एक फिल्म बननी शुरू हुई थी जो काफी समय के बाद “जय-देव” नाम से बहुत ही सीमित प्रिंट्स के साथ सन् 2001 में रिलीज़ हुई|
उधर लॉरेंस डिसूज़ा ने भी अपनी डिब्बाबंद फिल्म “जय-देवा” को फिर से एक नये नाम और कलाकारों के साथ शुरू किया| इस बार मिथुन चक्रवर्ती की जगह अक्षय कुमार को लिया गया और संजय दत्त की जगह आए सैफ अली खान| हीरोइन पहले की ही तरह माधुरी दीक्षित ही रहीं और फिल्म का नाम बदलकर रख दिया गया “आरज़ू” जो आखिरकार सन् 1999 में रिलीज़ हुई|