दरअसल साल 1968 में ‘आंखें’ फ़िल्म की शूटिंग के दौरान धर्मेन्द्र अपने दोस्तों के साथ जापान में किसी पब में गए थे.. जहाँ पर धर्मेन्द्र को उस पब में एक खूबसूरत लड़की दिखी तो धर्मेन्द्र ने उसे ड्रिंक का ऑफर दे दिया.. और जब सारे ड्रिंक करने के लिए बैठे तो बहुत देर तक वो सभी ड्रिंक करते रहे.. धर्मेन्द्र और उनके दोस्तों को पूरा नशा भी हो गया था लेकिन उस लड़की के हाव भाव से ये प्रतीत हो रहा था के उसे बिल्कुल नशा नहीं हुआ.. और कुछ देर बाद वो लड़की वहाँ से नॉर्मली उठ कर चली गई.. लेकिन धर्मेन्द्र और उनके दोस्त बामुश्किल उठ पा रहे थे.. सभी नशा एक पल में हवा तब हुआ जब उन्हें पता चला के उनका इतना बड़ा बिल बन गया है.. बिल चुकता किआ और जब वो अपने होटल पहुंचे तो वहाँ जाकर उन्हें ये पता चला के दरअसल वो लड़की पब वालों की तरफ़ से ही तैनात की गई थी ता के वो अपने रूप के जाल में ग्राहक को फसा कर उनकी सेल बड़ा सके.. दरअसल वो लड़की शराब की जगह पर पानी का सेवन कर रही थी और धर्मेन्द्र और उनके दोस्त देखा देखी में खूब शराब पी गए और उनका इतना बड़ा बिल बन गया…
धर्मेंद्र और उनके दोस्तो को जब एक जापानी लड़की ने बुधु बनाया..
Facebook Comments