हालांके धर्मेन्द्र ने पहली फ़िल्म बिमल रॉय दुआर निर्मित “बंदिनी” साइन की थी लेकिन इस फ़िल्म को बनने में इतना समय लग गया था के ये फ़िल्म धर्मेन्द्र की सातवीं फ़िल्म साबित हुई… जब साल 1963 में “बंदिनी” रिलीस हुई तो इससे पहले धर्मेन्द्र 6 और फिल्मे कर चुके थे.. धर्मेन्द्र के साथ इस फ़िल्म में एक्ट्रेस नूतन ने काम किया था..लेकिन डायरेक्टर बिमल रॉय पहले नूतन की जगह पर वैजयन्ती माला को लेना चाहते थे.. लेकिन स्टार्स की वही प्रॉब्लम उनके आढ़े आ गई.. मसलन उस वक्त वो बहुत बिज़ी थी इसलिए वैजयन्ती माला ने इस फ़िल्म को करने से इनकार कर दिया.. हालांके फ़िल्म हिट होने के बाद उन्हें इसका बहुत पछतावा भी हुआ था.. जब नूतन को इस फ़िल्म में साइन किया गया तब वो भी प्रेग्नेट थी.. इस फ़िल्म की रिलीस से पहले उनका बेटा मोहनीश बहल 14 अगस्त 1961को पैदा हो चुका था..
कहते है के बिमल रॉय धर्मेन्द्र को विकास का किरदार देना चाहते थे और शशि कपूर को जेल डॉक्टर देवेंद्र का लेकिन विकास के किरदार के लिए कोई एक्सपीरियंस ऐक्टर चाहिए था.. इसलिए इस किरदार के लिए अशोक कुमार को लिया गया.. और धर्मेन्द्र को डॉक्टर का किरदार दिया गया..