सौदागर में शुरु में हमें दिलीप कुमार और राज कुमार की जवानी के किरदार भी दिखाए जाते हैं। राज कुमार की जवानी का किरदार निभाया था एक्टर वेद थापर ने जो बाद में राजा और रेंचो नाम के दूरदर्शन के एक शो से बहुत मशहूर हुए थे।
मुंबई में रहने के दौरान जब वेद थापर थिएटर की दुनिया में मशहूर होने लगे तो इन पर फिल्म जगत के लोगों की नज़रें भी जाने लगी। एक दिन पृथ्वी थिएटर में मन्नु भंडारी के लिखे महाभोज नाम के नाटक में वेद थापर परफॉर्म कर रहे थे। इत्तेफाक से उस नाटक को देखने उस ज़माने की बड़ी अभिनेत्री दीप्ति नवल भी आई थी। दीप्ति नवल को वेद थापर की एक्टिंग बढ़िया लगी।
इत्तेफाक से ही उन दिनों सौदागर फिल्म में राज कुमार साहब के जवानी के रोल के लिए किसी ऐसे कलाकार की तलाश की जा रही थी जो दिखने में एकदम युवा हो और जिसकी शख्सियत और बोलने का अंदाज़ राज कुमार साहब से मिलता हो। दीप्ति नवल वेद थापर को अपने साथ राज कुमार और दिलीप कुमार के पास ले गई।
वे दोनों महान कलाकार भी वेद थापर की शख्सियत से काफी प्रभावित हुए और वेद थापर को सौदागर फिल्म में राज कुमार साहब के जवानी वाले किरदार के लिए साइन कर लिया गया। यानि सौदागर फिल्म में आपने जिस नौजवान राजेश्वर सिंह को देखा था वो वास्तव में वेद थापर थे।
उसी तरह ज़ाहिद अली को भी एक नाटक के दौरान दीप्ति नवल ने खोजा था।जबकी दिलीप कुमार का किरदार निभाया था एक्टर ज़ाहिद अली ने जो कि थिएटर की दुनिया का बहुत बड़ा नाम हैं और कई टीवी शोज़ व फिल्मों में नज़र आ चुके हैं।