“सागर” एक क्लासिक फिल्म है जिसने अपने समय में काफी लोकप्रियता हासिल की थी। इस फिल्म का प्रीमियर 09 अगस्त 1985 को हुआ था, और इसे डायरेक्ट किया था रमेश सिप्पी ने, जबकि इसके कहानीकार और गीतकार जावेद अख्तर थे। फिल्म का संगीत आर.डी. बर्मन ने दिया था, और यह संगीत भी फिल्म की एक बड़ी ताकत थी। किशोर कुमार द्वारा गाए गए गीत “सागर जैसी आंखों वाली” और “सागर किनारे” बहुत ही मशहूर हुए थे। “सागर किनारे” गाने के लिए किशोर कुमार को अपने करियर का आठवां फिल्मफेयर बेस्ट मेल प्लेबैक सिंगर अवॉर्ड मिला था।
कमल हासन ने ऋषि कपूर की तारीफ करते हुए कहा था कि ऋषि कपूर का चेहरा भगवान ने फिल्मों के लिए ही डिज़ाइन किया है। कमल हासन की यह तारीफ ऋषि कपूर के लिए बहुत खास थी, और वह उस दिन खुशी से गदगद थे। इस फिल्म की रिलीज़ के समय कमल हासन और ऋषि कपूर के बीच की दोस्ती और सम्मान का यह एक अच्छा उदाहरण था।
सागर ने बॉक्स ऑफिस पर अच्छा प्रदर्शन किया और 1 करोड़ 25 लाख रुपए के बजट में बनी इस फिल्म ने वर्ल्डवाइड 6 करोड़ 85 लाख रुपए का ग्रॉस कलैक्शन किया था। यह 1985 की 10वीं सबसे अधिक कमाई करने वाली फिल्म थी। उस साल की टॉप फिल्मों में राम तेरी गंगा मैली, मर्द, और प्यार झुकता नहीं शामिल थीं।
डिंपल कपाड़िया को इस फिल्म के लिए बेस्ट एक्ट्रेस का फिल्मफेयर अवॉर्ड मिला, जो उनके लिए खास था क्योंकि उन्होंने सदमा फिल्म के लिए अपनी डेट्स को छोड़ दिया था। कमल हासन को भी इस फिल्म के लिए बेस्ट एक्टर का फिल्मफेयर अवॉर्ड मिला, हालांकि, फिल्मफेयर ने उन्हें बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर के लिए भी नॉमिनेट किया था।
फिल्म की शूटिंग के बाद, ऋषि कपूर ने ट्रायल रन देखा और वे अपनी भूमिका से निराश हो गए थे। उन्हें लगा था कि रमेश सिप्पी फिल्म में उनकी और डिंपल कपाड़िया की कैमिस्ट्री पर फोकस करेंगे, लेकिन रमेश सिप्पी ने कमल हासन और डिंपल कपाड़िया के रोल पर अधिक ध्यान दिया।
सागर ने अपने समय की सीमाओं के बावजूद दर्शकों के दिलों में एक विशेष जगह बनाई, और इसके संगीत और अभिनय के लिए इसे आज भी याद किया जाता है।