जावेद अख्तर बीते साल 2023 में अरबाज खान के पॉडकास्ट शो ‘द इन्विन्सिबल’ (The Invincibles) में सलीम खान की दबंगई का एक मजेदार किस्सा सुनाया था. जावेद अख्तर ने बताया, ’70 के दशक में फिल्म की कहानियों के राइटर को क्रेडिट नहीं दिया जाता था. मैं और सलीम साहब साथ में काम किया करते थे. साल 1973 में हमने जंजीर फिल्म की कहानी लिखी थी. उस दौर में राइटर्स को फिल्म के पोस्टर पर क्रेडिट नहीं दिया जाता था. लेकिन हमने फिल्म के डायरेक्टर प्रकाश मेहरा से हमारा नाम लिखने की बात कही. लेकिन उन्होंने मना कर दिया. पूरे शहर में फिल्म के पोस्टर लग गए. इसके बाद मैंने और सलीम साहब ने इसको लेकर चर्चा की. सलीम साहब ने सिप्पी प्रोडक्शन्स से एक जीप मंगाई और रातों-रात पूरे शहर के पोस्टर्स पर अपना नाम पुतवा दिया.’
जावेद अख्तर ने इस किस्से का जिक्र करते हुए कहा, ‘ये काम केवल सलीम साहब ही कर सकते थे. इस तरह की दबंगई भरे फैसले सलीम साहब लिया करते थे.’ इस फैसले के बाद बॉलीवुड के राइटर्स को क्रेडिट देने की बात सही ठहराई गई और धीरे-धीरे राइटर्स का भविष्य बदल गया. सलीम-जावेद की जोड़ी ने राइटर्स के लिए खूब काम किया और उनका हक दिलाने के लिए लड़ाई भी लड़ी. 1973 के बाद से राइटर्स को हर फिल्म के पोस्टर पर भी क्रेडिट दिया जाने लगा.