ये किस्सा है धर्मेन्द्र और अभिनेता संजय खान का जब वो दोनों एक पार्टी में शरीक होने के लिए चेन्नई गए हुए थे उस पार्टी में उनके सीनियर ऐक्टर ओम प्रकाश भी थे पार्टी में शाम को ड्रिंक का दौर चला तो संजय खान थोड़ा टल्ली हो गया और शराब के नशे में ओम प्रकाश को बुरा भला कहने लगे ..
ओम प्रकाश समझ गए के संजय को शराब चढ़ गई है.. तो वो उनहे इग्नोर करने लगे..लेकिन संजय बार बार ओम प्रकाश को बेइज़त कर रहे थे.. तो पास खड़े धर्मेन्द्र से अपने सीनियर का अपमान सहा ना गया…【 तो पहले तो उन्होंने संजय को समझाया लेकिन जब बात संजय के समझ मे नही आई तो फिर धर्मेन्द्र ने हाथ चला दिया】.
ओम प्रकाश ने बीच बचाव करके मामला सुलझा दिया..वापसी पर एयरपोर्ट पर धर्मेन्द्र की मुलाकात फिरोज़ खान से हो गयी.. तो उन्होंने फिरोज़ खान से उस घटना का बेयरा देकर उनसे माफी मांगनी चाही..फिरोज़, धर्मेन्द्र के अच्छे दोस्त थे तो उन्होंने कहा अगर कोई भी ऐसी हरकत करेगा तो वो इसी वर्ताव का हक़दार है…
फिर उस वाकये के बाद साल 1989 में संजय के सीरियल टीपू सुल्तान के दौरान आग लग गयी जिसकी वजह से संजय आग से काफी बुरी तरह जुलस गया और कई दिनों कोमा में रहे..संजय ने अपनी किताब में ज़िक्र किया था के जब मुझे होश आया तो धर्मेन्द्र उन्हें देखर फुट फुट कर रो रहे थे। और मुझे देखकर उन्होंने गले से लगा लिया।