(1973) में फ़िल्म “कसौटी” में ‘अमिताभ बच्चन’ को तब साइन किया गया था …जब तक उनकी फ़िल्म “जंजीर” रिलीस नहीं हुई थी..इस फ़िल्म के शुरू होने तक उन्हें कोई भी एंग्री यंग मैन के तौर पर नहीं जानता था.. इस फ़िल्म में बतौर नायका ‘हेमा मालिनी’ को साइन करना था… लेकिन जब प्रोड्यूसर ने ‘हेमा मालिनी’ तक पहुंच की तो …हेमा मालिनी के सेक्रेटरी ने बहुत भारी फीस की डिमांड कर दी..
क्योंकि उस दौरान ‘हेमा मालिनी’ की “जॉनी मेरा नाम ” एक सुपरहिट फिल्म बन चुकी थी… जिसकी वजह से ‘हेमा मालिनी’ का ब्रैंड प्राइस भी बहुत बढ़ चुका था.. लेकिन जब प्रोड्यूसर ने ‘हेमा मालिनी’ के सेक्रेटरी से कहा के…अगर इतने पैसे मै ‘हेमा मालिनी’ को दे दूंगा तो हीरो को पैसे कहाँ से दूंगा.. तो ‘हेमा मालिनी’ के सेक्रेटरी ने प्रोड्यूसर से कहा के आप किसी भी छोटे मोटे हीरो को कास्ट कर लीजिए.. वैसे भी फ़िल्म तो ‘हेमा मालिनी’ की वजह से ही देखी जाएगी और उसी की वजह से फ़िल्म हिट भी होगी.. फिर उसके बाद प्रोड्यूसर ने ‘हेमा मालिनी’ के साथ ‘अमिताभ बच्चन’ को साइन कर लिया.
. गौरतलब ये है के ‘हेमा मालिनी’ के साथ “कसौटी” फ़िल्म ‘अमिताभ बच्चन’ की पहली फिल्म साबित हुई.. हालांके अमिताभ “गहरी चाल” फ़िल्म में भी ‘हेमा मालिनी’ के साथ पहले काम कर चुके थे लेकिन उस फिल्म के हीरो ‘जीतेन्द्र’ थे और ‘अमिताब’ ने फ़िल्म में ‘हेमा मालिनी’ के भाई का किरदार निभाया था..
खैर अगर बात करे "कसौटी" फ़िल्म की तो इसकी स्टारकास्ट को मजबूत करने के लिए.. "प्राण साहब" को भी कास्ट किया गया.. आज भी अगर किसी को फ़िल्म के बारे में ना भी पता लगे तो प्राण साहब पर फिल्माया गया गाना.. "हम बोलेगा तो बोलोगे के बोलता है".. ये गाना ही इस फ़िल्म की पहचान बन गया..
बहुत कम लोग होंगे जिन्हें इस फ़िल्म की स्टोरी या स्टारकास्ट के बारे में मालुमात होगी लेकिन इस फ़िल्म का प्राण साहब पर फिल्माया गया ये गाना आज भी दर्शकों की ज़ुबान पर आ ही जाता है..
एक बात इस फ़िल्म की और गौर करने लायक है के इस फ़िल्म के रिलीस तक "अमिताभ बच्चन" पॉपुलर हो चुके थे.. जिसके ऐवज इस फ़िल्म को थोड़ा बहुत सीरियसली लिया गया , जिसकी वजह से फ़िल्म थोड़ा बहुत चल भी पाई अन्यथा नहीं तो ये फ़िल्म अमिताभ बच्चन की बहुतात फ़िल्मों की तरह फ्लॉप हो जाती..