इस जटिल दुनिया में अपना नाम और पैसा कमाने के लिए लोगों को कितना जतन करना पड़ता है. दो हाथ पैर और सामान्य शरीर वाले लोग भी वर्तमान में ऐश्वर्य ढूंढना बहुत मुश्किल होता है. लेकिन फिर इसी समाज में कुछ ऐसे भी लोग देखने को मिलते हैं जो बेचारगी के सारे बहानों को तोड़कर सफलता की एक नई इबारत रचते हैं. ऐसे ही एक हीरो की कहानी हम आपको बताने जा रहे हैं, जो जन्म से अंधा था. जिसका बचपन दक्षिण भारत के किसान परिवार में पनपती गरीबी के बीच बीत गया. लेकिन जहीन और प्रतिभा से भरे इस मेहनती हीरो ने अंधेपन जैसी विकराल कमी को भी एक हथियार बनाया और शिक्षा के क्षेत्र में असीम सफलता हासिल की.
ये हीरो बड़े होकर अमेरिका तक जाता है और देखे बिना ही ‘एमआईटी’ जैसे प्रसिद्ध संस्थान में डिग्री हासिल करता है. अब इसी हीरो पर फिल्म बनी है. फिल्म का नाम है ‘श्रीकांत आ रहा है सबकी आंखें खोलने’ (Srikanth-Aa Raha Hai Sabki Aankhein Kholne). ये फिल्म बिजनेसमैन ‘श्रीकांत बोले’ (Srikanth Bolle) की जिंदगी पर बनी है. फिल्म में ‘राजकुमार राव’ (Rajkumar Rao) ने लीड रोल निभाया है.
फिल्म 10 मई को सिनेमाघरों में रिलीज के लिए तैयार है. फिल्म को ‘तुषार हीरानंदानी’ ने डायरेक्ट किया है. फिल्म की कहानी ‘सुमित पुरोहित’ और ‘जगदीप सिद्धु’ ने लिखी है. फिल्म की कहानी श्रीकांत बोल्ला पर बनी है. श्रीकांत बोल्ला भारत के ऐसे बिजनेसमैन हैं जो अंधे होने के बाद भी 50 करोड़ की कंपनी के मालिक हैं. इतना ही नहीं जन्म से अंधे रहे श्रीकांत का जन्म ‘मछलीपट्टनम’ के एक गरीब किसान परिवार में हुआ था.