आर डी बर्मन के निधन के बाद उनकी पत्नी आशा भोंसले और आर डी बर्मन के सेक्रेट्री भरत के बीच आर डी बर्मन की प्रॉपर्टी को लेकर विवाद हो गया । बात इतनी बढ़ गई की विवाद पुलिस तक पहुंच गया । आर डी बर्मन की सभी प्रॉपर्टी के अलावा उनके एक बैंक लॉकर पर भी सबकी नजरें थी। ये लॉकर सेंटाक्रुज के सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया में था। दोनो पार्टियों ने इस लॉकर में जो कुछ भी है उसपर अपना दावा पेश किया था । 3 मई 1994 को इस बैंक के अधिकारियों ने आशा भोंसले और भरत के साथ साथ इनके तमाम रिश्तेदारों को बुलाया और इन सबके सामने खोला गया वो लॉकर । जैसे ही वो लॉकर खुला सब हैरान हो गए, सबको आंखे फटी की फटी रह गई। क्योंकि उस बैंक लॉकर में थे मात्र 5 रुपए। इतने विवाद के बाद जो सामने आया वो था मात्र 5 रुपए।
इस घटना को सुनकर आर डी बर्मन के ही संगीत से रचा एक गीत की कुछ पंक्ति याद आती है ।
मेरे सूने घर में एक सामान मिलेगा
दीवाने शायर का एक दीवान मिलेगा
ओर एक चीज मिलेगी
टूटा खाली जाम ।