सनी देओल की फिल्म ‘बेताब’ के साथ जुड़ी एक दिलचस्प कहानी है, जो उनके व्यक्तिगत जीवन में भी एक महत्वपूर्ण मोड़ लेकर आई। 1983 में रिलीज़ हुई इस फिल्म ने सनी देओल को रातोंरात स्टार बना दिया। लेकिन इस फिल्म की सफलता के साथ ही उनके निजी जीवन में एक दिलचस्प घटना घटित हुई।
सनी देओल की सगाई लिंडा महल से हुई थी, जो इंग्लैंड में रहती थीं। सगाई उस समय की गई थी जब सनी देओल केवल 14 साल के थे। जब सनी देओल की फिल्म ‘बेताब’ की रिलीज़ के साथ ही उनके फिल्मी करियर की शुरुआत हुई, तो लिंडा के पिता कृष्ण महल चिंतित हो गए। उन्हें डर था कि फिल्म इंडस्ट्री में सनी की एंट्री के बाद उनकी बेटी की शादी की सुरक्षा खतरे में न पड़ जाए।
कृष्ण महल ने लिंडा को इंग्लैंड बुला लिया और खुद धर्मेंद्र को फोन करके कहा कि शादी की तारीख फिक्स की जाए। धर्मेंद्र इस बात से चौंक गए और उन्होंने कृष्ण महल को आश्वस्त किया कि शादी की बात फिल्म की रिलीज़ के बाद ही सार्वजनिक की जाएगी, ताकि सनी देओल की इमेज पर कोई असर न पड़े।
1981 में, सनी देओल अपने दादा और पिता के साथ इंग्लैंड गए और वहां आर्य समाज रीति-रिवाज से लिंडा से शादी कर ली। शादी के बाद, सनी देओल भारत वापस लौट आए, जबकि लिंडा ने सनी के दादा के साथ भारत आकर रहने लगीं। ‘बेताब’ की रिलीज़ के बाद, 1984 में सनी देओल और लिंडा की शादी की बात सार्वजनिक हुई।
सनी देओल की शादी से अमृता सिंह को भी झटका लगा था, क्योंकि उस समय उनके और सनी के बीच अफेयर की खबरें फैल रही थीं। इस घटनाक्रम ने न केवल सनी देओल की व्यक्तिगत जिंदगी को बल्कि उनके करियर को भी प्रभावित किया।