1984 में रामानायडू ने दो फिल्मों को प्रोड्यूस किया था..एक फ़िल्म थी मकसद और दूसरी फिल्म थी तोहफ़ा..ये दोनों ही फिल्में साल 1984 की कामयाबी फिल्में थी और उसी साल जया प्रदा की तीन फिल्में पहले तीन स्थानों पर थी..पहले नंबर थी फ़िल्म तोहफ़ा दूसरे नम्बर पर थी फ़िल्म मक़सद और तीसरे नंबर पर थी फ़िल्म शराबी और अब आप खुद ही अंदाजा लगाईए के जया प्रदा उस दौर में कितनी बड़ी स्टार रही होंगी
श्रीदेवी और जया का झगड़ा
ये साल 1984 की बात है शायद ये किस्सा जीतेन्द्र, राजेश खन्ना, जया प्रदा, और श्री देवी की फ़िल्म मक़सद के समय सेट पर हुआ था जब श्रीदेवी और जयाप्रदा के बीच लड़ाई हो गई जो काफ़ी सैलून तक ख़त्म नहीं हुई ।मक़सद फ़िल्म सिनेमाघरों में पूरे 100 दिनों तक चली थी.. मसलन Golden जुबली पूरी की थी
मक़सद फ़िल्म के उस किस्से के बाद राजनेता अमर सिंह ने भी इन दोनों अभिनेत्रियों की आपस मे बात करवाने की कोशिश की थी..उन्होंने जया प्रदा को श्रीदेवी की जन्मदिन पार्टी पर इनवाइट किआ था लेकिन तब भी जया प्रदा, श्रीदेवी की पार्टी में नहीं गई थी.. उसके बाद इन दोनों अभिनेत्रियों ने एक दूसरे से अच्छी तरह बात की..
सुलह
वो अवसर था 2015 में जया प्रदा के बेटे की शादी का… उस दिन मीडिया को और प्रोग्राम में आए सभी मेहमानों ने उस दृश्य का लुत्फ उठाया तथा इस चीज़ को नोटिस भी किआ.. शादी में जब श्रीदेवी पहुंची तो ये पहला सार्वजनिक स्थान था जब श्री देवी और जया प्रदा एक दूसरे के साथ खुल कर बातें कर रही थी तथा उन दोनों ने एक दूसरे के साथ कई फ़ोटो भी खिंचवाए थे।