बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता जितेंद्र का फिल्मी करियर काफी लंबा और सफल रहा है. वह आज भी किसी न किसी फिल्मों में गेस्ट अपीयरेंस में नजर आ ही जाते हैं. उन्होंने अपने करियर में एक से बढ़कर एक फिल्में बॉक्स ऑफिस पर दी हैं, जिनमें से कुछ तो आज भी लोग बड़े चाव से देखना पसंद करते हैं।
अपने दमदार अभिनय से जितेंद्रने दुनियाभर में अपनी जबरदस्त पहचान बनाई. आज हम आपको जितेंद्र की उस फिल्म के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसका नाम सुनते ही आप देखने बैठ जाएंगे, जो साल 1967 में सिनेमाघरों में रिलीज हुई थी और उस फिल्म का नाम है ‘फर्ज’।
‘फर्ज’ 1967 की तीसरी सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्म बनी थी. यह एक जासूसी थ्रिलर फिल्म थी, जो विजया लक्ष्मी पिक्चर्स बैनर के तहत सुंदरलाल नाहटा डुंडी द्वारा निर्मित और रविकांत नगाइच द्वारा निर्देशित है. जितेंद्र और बबीता अभिनीत इस फिल्म में संगीत लक्ष्मीकांत प्यारेलाल का था। यह साल 1966 में आई तेलुगू फिल्म ‘गुडाचारी 116’ की रीमेक थी और यह जेम्स बॉन्ड मूवीज से बेहद प्रेरित थी. यह फिल्म लोगों को बेहद पसंद आई थी और रिलीज होते ही बॉक्स ऑफिस पर छा गई थी. इस फिल्म की सफलता के बाद निर्देश नविकांत ने बड़ा फैसला लिया था।
रविकांत ने ‘फर्ज’ की सफलता के बाद, इसके दो सीक्वल भी बनाए, जिसमें पहला सीक्वल साल 1973 में आया, और इस फिल्म का नाम ‘कीमत’ था, जिसमें धर्मेंद्र लीड रोल में नजर आए थे। वहीं, साल 1982 में इसका दूसरा सीक्वल आया, और इस बार फिल्म का नाम ‘रक्षा’ रखा गया. इस फिल्म में भी फिर से निर्देशक ने जितेंद्र को ही लीड रोल में लिया और ये फिल्म भी बॉक्स ऑफिस पर सफल साबित हुई थी।
फिल्म ‘फर्ज’ में गोपाल नाम के सीक्रेट एजेंट 116 को सीआईडी के प्रमुख द्वारा एक साथी सीक्रेट एजेंट (303) की हत्या का मामला सौंपा जाता है, जिसने (303) ऐसे सबूत पाए जो अपराधियों की पहचान करने में मदद कर सकते हैं. इस जांच के दौरान, गोपाल की मुलाकात प्यारी सुनीता से होती है और दोनों एक-दूसरे के प्यार में पड़ जाते हैं। जासूसी के साथ-साथ फिल्म में सस्पेंस भी कूट-कूटकर भरे पड़े हैं और यह फिल्म आज भी कई लोगों की पहली पसंद है. इस फिल्म के एक गाने को आज भी लोग गुनगुनाते हैं, जिसके बोल हैं ‘बार-बार दिन ये आए है.. हैप्पी बर्थडे टू यू’।